कहा जाए छिपे बैठे हो कान्हा
कहा चले गए हो के सामने आते ही नही
सामने होकर भी दर्शन ना देते हो
इतने करीब हो पर दूरी इतनी के दिखाई भी ना पड़ते हो
कहा जाए छिपे बैठे हो?
इन नैनों की प्यास का भी कुछ करो ख्याल
कुछ तो करिये हमारा ख्याल
अपनी कृपा की इक नजर ही कर दो
मेरा हाथ पकड़ शरण में अपनी रख लो
कहा चले गए हो के सामने आते ही नही
सामने होकर भी दर्शन ना देते हो
इतने करीब हो पर दूरी इतनी के दिखाई भी ना पड़ते हो
कहा जाए छिपे बैठे हो?
इन नैनों की प्यास का भी कुछ करो ख्याल
कुछ तो करिये हमारा ख्याल
अपनी कृपा की इक नजर ही कर दो
मेरा हाथ पकड़ शरण में अपनी रख लो
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