Sunday 7 March, 2010

http://i219.photobucket.com/albums/cc181/dearkrishna/Kahlan122896086071_gros.png

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नभ में देखो काले काले मेघा छा रहे
उमड़ घुमड़ कर बादल बरसने को आ रहे
घनश्याम तुम इन घनो में
घनघोर घटाओं जैसे हो छा रहे
बादल भी बरसे और पड़ी बौछार
इस सुहाने मौसम में तुम मोहन
दर्शन देने आ जाओ ना
लेकर संग राधा जू को मेरी सरकार
तुम्हारे दर्शनों को बाँवरे नयना कब से तरस रहे
मैं कर रही तुमसे पुकार
प्रेम भक्ति देना मेरे मोहन मेरी सरकार

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