Sunday 7 March, 2010

http://i219.photobucket.com/albums/cc181/dearkrishna/ODc1MTg21186643467.gif


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ओह मेरे प्यारे श्याम रे,
शोभा तेरी पे लुटे तेरे प्यारे, श्याम रे
वंशी ने तेरी दिल लिया छीना
मोर मुकुट पे जाए बलिहार रे
तेरे कजरारे नैनों ने किया जादू
लूट के ले गए यह नयना हिये हमार रे
अंगवस्त्र में मन जाए अटक
प्यारी लागे तेरी बनमाल रे
पट पीट पीताम्बर, लकुटी कमरिया
शोभा कही ना जाए इसकी,करें यह कमाल रे
पग में छम छम नुपुर बाजे,तेरे प्यारो का हिये संग संग नाचे
संग में फिजायें दे रही ताल रे
ओह मेरे प्यारे श्याम रे
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