हे मेरे कान्हा किस उलझन में तूने आज डाला
मेरा मन बहुत गया था घबरा, कुछ भी नही था सूझ रहा
तुझे देख उलझने सारी मिट जाती हैं
तेरा नाम आते ही जुबान पे,जुबान पे मीठास छा जाती हैं
दिल की धड़कने बड़ जाती हैं, हिये मुस्कुराता हैं
पता नही क्यों तेरी छवि देखते ही मन हर्षित हो जाता हैं
मेरा रोम रोम तेरा नाम गाने लग जाता हैं
कहती हैं मुझे मेरे दिल की आवाज
के कान्हा संग रिश्ता मेरा पुराना हैं
मुझे बस अब कान्हा को बारम्बार बुलाना हैं
मेरा मन बहुत गया था घबरा, कुछ भी नही था सूझ रहा
तुझे देख उलझने सारी मिट जाती हैं
तेरा नाम आते ही जुबान पे,जुबान पे मीठास छा जाती हैं
दिल की धड़कने बड़ जाती हैं, हिये मुस्कुराता हैं
पता नही क्यों तेरी छवि देखते ही मन हर्षित हो जाता हैं
मेरा रोम रोम तेरा नाम गाने लग जाता हैं
कहती हैं मुझे मेरे दिल की आवाज
के कान्हा संग रिश्ता मेरा पुराना हैं
मुझे बस अब कान्हा को बारम्बार बुलाना हैं
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