Tuesday 10 November, 2009

हे श्यामसुंदर कृपा कीजे



हे श्यामसुंदर कृपा कीजे
चरणकमल में मुझे रख लीजे
कृपा कीजे कृपा कीजे
चरणकमल रज मुझको दीजे
दासी अपनी मोहे बना लीजे
मोहन चरणों में अपने मोहे रख लीजे
हे श्यामसुंदर कृपा कीजे
चरणकमल में मुझे रख लीजे
कृपा कीजे कृपा कीजे
बना दो मोहे तुम इक घुंघरू
पायल में तेरी छम छम बजा करू
नाचा करू मैं संग संग में तेरे
कृपा कीजे कृपा कीजे
हे श्यामसुंदर कृपा कीजे
चरणकमल में मोहे रख लीजे
बना दो मोहे तुम पुष्प की पाती
भक्तो के हाथो से चरणों में आऊ
भक्तो के संग संग नाम तेरा मै गाऊ
तुझ पे हो अर्पण तुझी की हो जाऊ
हे श्यामसुंदर कृपा कीजे
चरणकमल मै मोहे रख लीजे
कृपा कीजे कृपा कीजे

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