Wednesday 5 August, 2009
नयना रिम झिम बरसे
नयना रिम झिम रिम झिम बरसे
तेरी याद में कान्हा
हाय!दिन रात यह तरसे
नयना रिम झिम रिम झिम बरसे
आँखें मेरी बहार आती
जब श्याम!याद तेरी आती
हर पल हर बात में तू
याद हमे आता हैं
याद आता हैं बड़ा ही रुलाता हैं
नयना रिम झिम रिम झिम बरसे
तुमसे मिलने को मोहन
यह मोहन की मोहिनी तरसे
नयना रिम झिम रिम झिम बरसे
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