Tuesday 25 August, 2009

क्या कहू मैं मोहन तुमको



क्या कहू मैं मोहन तुमको
कब से नाता मेरा तुम्हारा
कब से जानू मैं तुझको
कब से बना हैं रिश्ता हमारा
जब से यह दिल बना
इस दिल में तू बसा
जब जब चलती हैं सांसें
नाम लेती क्यों तुम्हारा?
क्या कहू मैं मोहन
कब से हैं नाता हमारा
जब जब छवि तेरी निहारी
नयन क्यों अटक गए उसपे बनवारी
क्या जानू मैं मोहन
कैसे बना यह नाता हमारा

1 comment:

Dibyanshi said...

i love it lotus feet...