Wednesday 3 June, 2009

कान्हा मेरे मुरारी



कान्हा मेरे मुरारी कृपा करो नाथ बाँके बिहारी
तेरी मस्ती में ही खोयी रहूँ डूबी रहूँ रस में तेरे
तेरे बिन आये न याद कुछ भी
पागल हो फिरू चार चुफेरे
याद करूं तोहे ही हर पल
हर क्षण हो ध्यान तुम्हारा
इक पल न बिसरू तोहे
हर दम बसु दिल में तोहे
नैनो के रास्ते दिल में समाओ
कृपा कर श्याम अपनी सांवली सूरत दिखाओ
एक बार बंसी बजाओ
अपनी बंसी की धुन पे हमको नचाओ
एक बार से मन नही भरता
बार बार आओ
हर बार हमे सताओ और अपनी दीवानी बनाओ
हमे अपना पागल बनाओ
श्याम सरकार मेरी आ जाओ

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