Sunday 24 May, 2009

कैसे करू इजहार



कैसे करू इजहार अपने दिल का हाल
शब्द भी छोड़ रहे हो जब साथ
मन व्याकुल हो रहा हो
पल पल तेरी यादो में रो रहा हो
तुझे ही ख्वाबो में संजो रहा हो
तो बता कैसे बताउं में अपना हाल-ए-बयान
किस से कहूँ जा के
करू किस से में कोई विनती या अरदास
जो पहुंचा दे मुझे मेरे ठाकुर के पास
क्या करू कैसे करू कोई यतन या प्रयास
जिस से मिल जाए मोहे प्रेम रस की आँख
जो करवा दे दरस बिहारी तेरे इक वार
ओह साँवली सरकार मेरे यार मेरे दिलदार
आजा ना तू इक बार

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