Thursday 28 May, 2009

कब आओगे ?


कृष्णा प्राण प्रीतम हमारे
कब आओगे कब होंगे दरस तिहारे
कब लोगे टेर इस दासी की
आ जाओ न अब मोहे न सताओ
मेरी आँखों मैं समा जाओ
मेरे हृदय में विराजो राधा संग सरकार
आजाओ बाँके बिहारी मदन गोपाल
यह दृग बिन्दु भी बह बह हार गए
मगर तुम न आये श्याम सुंदर
इन असुअन की लाज बचाने आ जाओ
अगर हुई कोई गलती हमसे
तो भुला कर उसे
मोहे चरणों से अपने लगाओ
मुझे अपना कुछ भी बनाओ
बस अपना बनाओ
श्याम आ जाओ

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