Friday 17 July, 2009

मोहन के नैना



मोहन तेरी मोहिनी अदा की क्या करू बात
तेरे बिन लगता न जिया एक भी पल ओह श्याम
मोहन के नैना कजरारे
कजरारे नैनो में मोहन काजल डाले
मोहन के नैना हैं जादूभरे
नैनो से अपने यह मोपे जादू करें
इसकी तिरछी चितवन बड़ी मतवारी
जिसपे पड़ जाए समझो वही है भाग वाली
तिरछी चितवन चित चुराए
हर किसी को मोहन का दीवाना बनाये
जो भी देख ले इक झलक मोहन की
वो बस मेरे मोहन को देखता रह जाए
मोहन की नजरे कृपा बरसाती
हर किसी पे यह अकारण ही कृपा बरसाती
श्याम मेरे के नैना बड़े प्यारे
हर किसी का मोहे मन और सुध बिसरा दे

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