Sunday 19 July, 2009

कृष्ण एक दिन तो आओगे



कृष्णा कब तक यूँ मुझसे छिपते रहोगे
कब तक यूँ ही भागोगे
एक दिन तो मोहन सामने आओगे
मीठी बंसी की तान सुनोगे
अपनी प्यारी प्यारी बातें सुनोगे
अपने नुपुर की रुन झुन से मन बहलाओगे
एक दिन तो तुम फिर दधि माखन के लिए
छम छम पायलों की तान पर
नृत्यराज साँवरिया नृत्य कर के दिखाओगे
एक दिन तो श्यामसुंदर तुम सामने हमारे आओगे

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