Wednesday 22 July, 2009
तेरा नजारा छा रहा हैं !
देखू जिधर भी मैं मोहन
तेरा नजारा नजर आ रहा हैं
हमे हर शय में तू ही तू नजर आ रहा हैं
मेरी नजरो में ऐ श्याम प्यारे
तू ही तू नजर आ रहा हैं
देखू जिधर भी मैं मोहन
तेरा नजारा नजर आ रहा हैं
हमे तू ही तू नजर आ रहा हैं
फूलों में तेरी खुशबू हैं शाई
कलियों में तेरी शकल नजर आई
गुलशन गुलशन खिला तेरी बंसी की तान से
लूटी हैं दुनिया तूने नजरो के जाम से
देखू जिधर भी मैं मोहन
हमे तू ही तू नजर आ रहा हैं
तेरा नजारा हर तरफ छा रहा हैं
मेरी नजरो में तू समा रहा हैं
देखू जिधर भी मैं मोहन
मुझे तू नजर आ रहा हैं
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